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महाराष्ट्र के पुणे जिले में भीमा कोरेगांव युद्ध की 200वीं सालगिरह के दौरान हुई हिंसा की आग मुंबई समेत राज्य के कई शहरों में फैल गई है| इसके चलते महाराष्ट्र में आज भी कई जगहों पर प्रदर्शन जारी हैं, मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है| प्रदर्शन के चलते राज्य में बस और रेल सेवा पर भी गहरा असर पड़ा है| भारिप बहुजन महासंघ के नेता और बीआर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने हिंसा रोकने में सरकार की विफलता के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए आज महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है|
प्रदर्शन के चलते प्रशासन ने आज नासिक और औरंगाबाद में स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है| हालांकि मुंबई में आज स्कूल और कॉलेज खुले रहेंगे| मुंबई यूनिवर्सिटी की सभी परीक्षाएं तय समय पर होंगी| उधर, मुंबई में डिब्बेवालों से खाना लेने वालों को आज मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि आज उन्होंने सेवा बंद रखने का फैसला किया है| औरंगाबाद में इंटरनेट सेवा को बंद रखा गया है|
इससे पहले मंगलवार को हिंसा के आरोप गुजरात के विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवानी और जेएनयू के छात्र उमर खालिद पर लगे| न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मंगलवार देर शाम अक्षय बिक्कड और आनंद डॉन्ड नाम के दो युवकों ने पुणे के डेक्कन पुलिस स्टेशन में जिग्नेश मेवानी और उमर खालिद के खिलाफ लिखित शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की| शिकायत पत्र में आरोप लगाया गया है कि जिग्नेश मेवानी और उमर खालिद ने 31 दिसंबर को कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था, जिसके बाद यह हिंसा फैली है|
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुणे हिंसा मामले में बंबई उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश द्वारा न्यायिक जांच के आदेश दे देते हुए शांति की अपील की थी| उन्होंने कहा कि हिंसा के पीछे क्या कोई साजिश थी इसका पता लगाने की जरूरत है| फडणवीस ने कहा कि हिंसा में मारे गए युवक के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और उसकी मौत की जांच सीआईडी करेगी|
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा है कि, ये जो घटना घटी है, ये रोकी जा सकती थी| सरकार को वहां सुरक्षा के उचित प्रबंध करने चाहिए थे| वहां बीजेपी की सरकार है ओर उन्होंने वहां हिंसा कराई| लगता है इसके पीछे बीजेपी-आरएसएस और जातिवादी ताकतों का हाथ है|
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