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एडवरटाइजिंग स्टैंडर्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय को कंडोम विज्ञापनों को दिखाए जाने को लेकर लिखा, "हमारा सुझाव है कि मंत्रालय सभी टेलीविजन चैनल्स को आदेश दे कि कंडोम के विज्ञापनों को रात 10 बजे और सुबह 6 बजे से पहले ही प्रसारित किया जाए|" एएससीआई के इस सुझाव को मानते हुए मंत्रालय ने दिन में टीवी पर कंडोम विज्ञापन दिखाए जाने पर रोक लगाने के आदेश दे लिए हैं| लेकिन अब स्मृति ईरानी के इस फैसले पर सेंसर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने सवालिया निशान लगाए हैं|
इस पर एक प्रमुख अखबार से बात करते हुए पहलाज निहलानी ने कहा, "लोग कंडोम से नहीं, बल्कि पान मसाला से मर रहे हैं|" उन्होंने कहा, बच्चे अगर कंडोम का विज्ञापन देखेंगे तो यह उनके लिए हानीकारक नहीं है, लेकिन अगर गुटखा और पान मसाला का बॉलीवुड सेलीब्रिटीज द्वारा प्रमोशन किया जाएगा तो उसे देश के स्वास्थ्य पर जरूर बुरा असर पड़ेगा|
बता दें कि सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष रहते हुए पहलाज निहलानी को कई फिल्मों को उनके बोल्ड कंटेंट के लिए रिलीज होने की इजाजत न देने के चलते आलोचना झेलनी पड़ी थी| निहलानी ने अनुराग कश्यप की फिल्म उड़ता पंजाब से पंजाब शब्द हटाने को कहा था, क्योंकि फिल्म रिलीज के कुछ समय बाद पंजाब में चुनाव होने वाले थे| इसके अलावा पहलाज निहलानी को इस साल एकता कपूर और प्रकाश झा प्रोडक्शन में बनी फिल्म लिप्स्टिक अंडर माई बुर्का को भारत में बैन करने को लेकर भी वह सुर्खियों में रह चुके हैं| निहलानी ने इस फिल्म को भारत में बैन कर दिया था|
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