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2008 में अब्बास टायरवाला की मूवी जाने तू या जाने ना का गाना बहुत मशहूर हुआ "तिर्किट दाना तिर्किट दाना" उस गाने की एक पंच लाइन थी "पप्पू कांट डांस साला"| इसमें पप्पू की तमाम खासीयतों का बखान किया गया था, मगर चूंकि पप्पू इमरान खान की तरह डांस नहीं कर सकता था, इसलिए पप्पू कांट डांस साला पंच लाइन पूरी फिल्म में छाई रही| ये पंच लाइन इतनी मशहूर हुई कि 2010 में सौरभ शुक्ला ने इस टाइटल ने एक फिल्म ही बना डाली| विनय पाठक, नेहा धूपिया और रजत कपूर की अदाकारी के साथ बनी यह फिल्म पर्दे पर कमाल तो नहीं कर पाई, लेकिन वो पप्पू डांस ना करने की कमी ने उसे पूरे देश में सुर्खियों में ला दिया|
अब तो हर कोई अपने किसी साथी, जो किसी काम को करने में सक्षम नहीं हो पाता था उसे पप्पू'की संज्ञा दे दी जाती थी| अब जिनके नाम असल में पप्पू थे उनकी तो शामत ही आ गई थी| आलम तो यह हो गया कि राजनीति में भी इस पप्पू शब्द ने खासी पैठ बना ली| एक बड़े दल के उभरते हुए नेता को पप्पू से संबोधित किया जाने लगा| दिक्कत तो तब आई जब भाजपा ने गुजरात चुनाव में इसी शब्द को अपने विज्ञापनों में शामिल करते हुए विरोधियों पर निशाने साधे| हालांकि ये बात अलग है कि जिसे पप्पू की संज्ञा दी जा रही थी, उसे कभी कोई ऐतराज नहीं हुआ, उल्टा लगातार उसकी राजनीति में सुधार और निखार आ रहा था|
आखिरकार किसी व्यक्ति विशेष को निशाना बनाते हुए किसी शब्द विशेष से परिभाषित करके की बात चुनाव आयोग को नागवार गुजरी| और आयोग ने भाजपा को कड़ी संदेश देते हुए विज्ञापनों से पप्पू शब्द हटाने के निर्देश जारी किए| आयोग के निर्देश पर गुजरात भाजपा ने अपने विज्ञापनों से पप्पू शब्द हटाकर उसने स्थान पर युवराज शब्द का इस्तेमाल किया है| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें युवराज शब्द का संदर्भ दिया गया है जो जाहिर तौर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को निशाना बनाता है| चुनाव आयोग ने राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक विज्ञापन में पप्पू शब्द के इस्तेमाल से भाजपा को रोक दिया था|
युवराज शब्द का इस्तेमाल करने को चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद गुजरात भाजपा के फेसबुक पेज पर एक नया विज्ञापन जारी किया गया| भाजपा और विपक्षी कांग्रेस मजाकिया विज्ञापनों के जरिये एक दूसरे को निशाना बना रहे हैं| इससे पहले चुनाव आयोग ने भाजपा को एक इलेक्ट्रॉनिक विज्ञापन में पप्पू शब्द का इस्तेमाल करने से रोक दिया और इसे अपमानजनक बताया| भाजपा ने हालांकि कहा था कि विज्ञापन की पटकथा में शामिल शब्द का किसी व्यक्ति विशेष से कोई संबंध नहीं है|
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