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GST में लागू कंपोजीशन स्कीम को और आकर्षक बनाने के लिए ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GOM) ने टैक्स दरें घटाने की सिफारिश की है| अगर, सिफारिशें मंजूर होती हैं तो छोटे कारोबारियों को लिए बड़ी राहत मिलेगी| मंत्रियों के समूह की सिफारिश है कि मैन्युफैक्चरर्स और रेस्टोरेंट पर 1 फीसदी टैक्स लगाया जाए| मौजूदा व्यवस्था में मैन्युफैक्चरर्स पर 2 फीसदी और रेस्टोरेंट पर 5 फीसदी टैक्स लग रहा है, जबकि ट्रेडर्स पर यही दर 1 फीसदी है|
असम के वित्तमंत्री हेमंता विस्वास शर्मा ने सुझाव दिया है कि रेस्टोरेंट्स के बीच एसी और नॉन एसी की व्यवस्था को खत्म किया जाए| फिलहाल, जो रेस्टोंरेट्स कंपोजीशन स्कीम के तहत नहीं आते उन पर 12 फीसदी टैक्स लगाया जाता है| यही नहीं, 7500 रुपए से महंगे कमरे वाले होटलों को 18 फीसदी दर के तहत लाने की भी सिफारिश की गई है|
कैसे कंपोजिशन स्कीम बनेगी आकर्षक
इसमें व्यापारियों को डेढ़ करोड़ तक के टर्नओवर पर मात्र 0.5 प्रतिशत (75 हजार रुपए) ही जीएसटी देना होगा|
यदि कोई व्यापारी अपने कुल टर्नओवर में से जीएसटी से छूट प्राप्त वस्तुओं की बिक्री को निकालकर सिर्फ कर योग्य वस्तुओं को ही अपने टर्नओवर में शामिल करता है, तो उसे 1 प्रतिशत GST देना होगा|
फिलहाल कंपोजीशन स्कीम का चुनाव करने वाले व्यापारियों को उनके कुल टर्नओवर का एक फीसदी जीएसटी देना होता है|
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