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उज्जैन के महाकाल शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक होना चाहिए या नहीं, या इसकी कितनी मात्रा होनी चाहिए, इसका फैसला अब सुप्रीम कोर्ट करेगा। चढ़ावे से शिवलिंग का आकार छोटा (क्षरण ) होने को लेकर दायर याचिका पर कोर्ट के आदेश से बनी एक्सपर्ट की कमेटी ज्योतिर्लिंग की जांच कर चुकी है। कमेटी ने पंचामृत की क्वांटिटी को तय करने की सिफारिश की है।
देश में 12 में से 7 ज्योतिर्लिंग पर श्रद्धालु दूध-पंचामृत से अभिषेक नहीं कर सकता। इनमें ओंकारेश्वर, घृष्णेश्वर, त्रंबकेश्वर, भीमाशंकर, मल्लिकार्जुन, केदारनाथ और सोमनाथ शामिल हैं। यहां एक तय क्वांटिटी में पुजारी ही अभिषेक कर सकता है। शेष 5 में से 3 ज्योतिर्लिंग काशी विश्वनाथ, रामेश्वरम और नागेश्वर में रोक तो नहीं है, लेकिन क्षरण न हो इसके लिए सावधानी भी बरती जा रही है।
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