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पाकिस्तान की जेल में बंद इंडियन नेवी के अफसर कुलभूषण जाधव के मामले में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) बुधवार से फिर से सुनवाई शुरू करने वाली है| इससे पहले मई में कुलभूषण को पाक सेना की ओर से दी गई फांसी की सजा पर अदालत ने 18 मई को रोक लगा दी थी| पाकिस्तान कुलभूषण जाधव पर भारतीय जासूस होने का आरोप लगाता रहा है| उन्हें पिछले साल अरेस्ट किया गया था| आर्मी कोर्ट ने उन्हें अप्रैल में फांसी की सजा सुनाई थी|
इससे पहले मंललवार को पाकिस्तान के गृह मंत्री अहसान इकबाल ने कहा कि हमारा मुल्क बड़े ही प्रभावी तरीके से अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुलभूषण जाधव के मामले को लेकर आगे बढ़ रहा है जिसका सबूत भारत द्वारा आतंकवाद का इस्तेमाल कर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) को तबाह करने का इरादा रखना है| इकबाल ने पत्रकारों से कहा कि सीपीईसी चीन और पाकिस्तान की अभूतपूर्व दोस्ती का नतीजा है|
सीपीईसी चीन की सड़क एवं बेल्ट पहल की योजना का हिस्सा है| 5000 करोड़ रुपये की यह परियोजना पश्चिमी चीन के काश्गर से पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह तक फैली हुई है| भारत ने इस परियोजना का विरोध किया है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है|
इस बीच चीन पाकिस्तान में सड़क और रेल नेटवर्क में विस्तार करने के अलावा कई बड़ी परियोजनाओं में भारी निवेश कर रहा है| एक अनुमान के मुताबिक इस गलियारा परियोजना में कम से कम 30,000 पाकिस्तानी काम कर रहे हैं| पाकिस्तानी मीडिया ने इकबाल के हवाले से बताया, कोई भी हमें पीछे नहीं धकेल सकता, यह हर हाल में सफल होगा|
उन्होंने कहा कि जब भी पाकिस्तान किसी भी मुसीबत में होता है तो बीजिंग उसका साथ देता है और जब कोई यहां दस डॉलर निवेश करने के लिए तैयार नहीं था तो चीन ने यहां 4600 करोड़ रुपये निवेश कर दुनिया को संदेश दिया है|
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