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| एक रिसर्च के अनुसार 5 व्यक्तियों के समहू में से 3 व्यक्ति कब्ज से पीड़ित मिलेंगे | ये देखा जाये तो एक साधारण सी पेट की गड़बड़ी है, परन्तु ध्यान ना देने की वजह से यह एक गंभीर समस्या उत्पन्न कर देती है | सारी बीमारियों की जड़ केवल कब्ज ही होती है, इसलिए इसे गलती से भी नजरअंदाज ना करे | कई बार आपकी कब्ज आपको शर्मिंदा कर देती है, और क्यों ना करे ये आप ही की अनियमित जीवन पद्यति का नतीजा है | परन्तु घबराइये मत हमारे पास आपकी कब्ज को ठीक करने के कई उपाय है | अगर आपको काफी समय से कब्ज की परेशानी है, तो इसे हल्के में ना ले बल्कि इसके उपचार करने में जुट जाये | ऐसा नही है की इसके लिए सीधे आप डॉक्टर के पास ही जाये बल्कि आप विश्वास कीजिये थोड़ी से मेहनत और घरेलु उपचार के साथ आप इसे ठीक कर सकते है | अगर कोई गंभीर समस्या हो तो जरूर एक अच्छे चिकित्सक की मदद ले | यहां हम आपको बताते है की आखिर कब्ज है क्या, ये किन कारणों की वजह से होती है, कब्ज के लक्षण और इसे दूर करने के घरेलु उपाय | कब्ज क्या है ? कब्ज एक ऐसा रोग है जिसमे व्यक्ति का पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता है, जिसके फलस्वरूप वो जो भी खाना खाता है उसे पचा नही पाता | इस वजह उसे मल निष्कासन में समस्या होने लगती है | आसान भाषा में अगर समझे तो पेट में शुष्क मल का इक्कठा हो जाना ही कब्ज है | कब्ज से पीड़ित व्यक्ति को पेट संबंधी समस्या जैसे पेट दर्द होना, पेट फूलना, ठीक से शौच करने में दिक्कत होना, शरीर का मल पूरी तरह से ना निकलना आदि होती हैं। खाया गया भोजन सबसे पहले आमाशय में जाता है, फिर वहा से पाचक रसों के साथ मिलकर छोटी आंत में चला जाता है, जहां उसका अन्य तत्वों के साथ पूर्ण पाचन होता है। पाचन के पूरा हो जाने के बाद भोजन पोषक रस के साथ लीवर से होते हुए शरीर के अन्य अंगों की ओर चले जाते हैं, जबकि बचा हुआ अपशिष्ट पदार्थ बड़ी आंत की ओर आ जाता है। यह बचा हुआ अपशिष्ट पदार्थ बड़ी आंत के रास्ते मल और मूत्र के रूप में शरीर से बाहर निकलता है। लेकिन अगर पाचन क्रिया कमजोर हो तो बचा हुआ अपशिष्ट पदार्थ सही समय पर बड़ी आंत में नहीं पहुंच पाता। परिणामस्वरूप जब सुबह मल निष्कासन की कोशिश होती है, तो पेट ठीक से साफ नहीं होता। इसी को कब्ज कहते हैं। कब्ज के कारण पानी की कमी ही कब्ज की सबसे महत्वपूर्ण वजह है | आत और यकृत में किसी तरह की बीमारी भी कब्ज का कारण बनती है | खाने का अनियमित समय भी कब्ज होने का कारण बनता है | अत्यधिक मात्रा में चाय, कॉफ़ी या गर्म पेय पीना भी कब्ज का कारण होता है | आँतों में घाव खासतौर से बड़ी आंत में घाव कब्ज का कारण होता है | मधुमेह के लोगो को भी कब्ज की बीमारी हो जाती है क्योकि उनको पाचन तंत्र और पाचन से जुडी समस्यायें आम बात है | अगर आप खाने में रेशायुक्त भोजन नही लेते हो तो ये भी कब्ज का कारण हो सकता है | जो व्यक्ति भोजन को चबाकर नही खाते उन्हें भी कब्ज रोग होता है | अत्यधिक दवायें, धुम्रपान, शराब सेवन, ड्रग जैसे नशो से भी कब्ज होता है | मसालेदार, वसायुक्त खाना भी कब्ज की समस्या पैदा करता है | खाने के बाद ना टहलना अर्थात खाते ही बिस्तर पर लेट जाना और देर रात तक जागना भी कब्ज का कारण है | दु:ख, चिन्ता, डर आदि का होना भी कब्ज कर कारण बनता है |
कब्ज के लक्षण ╖ कब्ज का पहला लक्षण यही होता है कि इसमें मल सख्त हो जाता है और मल की गांठें बन जाती है जिसकी वजह से मलत्याग में अधिक जोर लगाना पड़ता है | ╖ ऐसे लोग प्रतिदिन मलत्याग के लिए नही जाते है | ╖ कब्ज से पीड़ित रोगियों के पेट में गैस बनने लगती है जो इनके सीने से होकर दिमाग तक चढ़ जाती है | ╖ ऐसे लोगो की जीभ मटमैली और गन्दी ही रहती है, साथ ही इनके मुंह से बदबू भी आने लगती है | ╖ कब्ज के रोगियों को भूख कम लगती, साथ ही इनका जी मचलता रहता है और इनकी आँखों के नीचे काले धब्बे पड जाते है | ╖ सामान्यतः इनके मुंह में छाले, मुंहासे निकलना और आँखों में मोतियाबिंद जैसी समस्या होना संभव है | ╖ इनकी मानसिक और शारीरक शक्ति कम हो जाती है और इनमे आलस और चिडचिडापन बढ़ जाता है | ╖ कब्ज होने पर सिरदर्द बना रहता है |
कब्ज के घरेलु उपाय ╖ रोज शौच जाने का एक नियमित समय बनाये | एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में दो बार अवश्य शौच जाना चाहिए, परन्तु एक बार शौच जाना भी उपयुक्त होता है पर अगर किसी को हफ्ते भर तक मल निष्काषित नहीं होता तो ये उस व्यक्ति के लिए अत्यंत चिंता का विषय है |देखिये अगर आपके शरीर को पता होगा की मुझे इस समय ही शौच जाना है, तो शौच नहीं आने पर भी आपका शरीर आपके मस्तिष्क को निर्देश देगा और आपको समय पर शौच होने लगेगी | शौच ना आने पर भी रोज एक ही समय पर शौच में बैठने का प्रयत्न करे | थोड़े समय बाद आपको अपने आप ही शौच जाने का एक निश्चित समय बन जायेगा | ╖ जल ही जीवन है इस उक्ति में नाम मात्र भी झूठ नहीं है | कब्ज का मुख्य कारण आपके शरीर में पानी की कमी होना है | क्योकि पानी की कमी से मल आतो में सुख जाता है, जिससे वो सही तरीके से बाहर नहीं निकल पाता और इसे निकालने के लिए आपको बहुत ज़ोर लगाना पड़ता है | ध्यान रखे की शौच करते समय मल निकालने के लिए कभी भी ज़ोर ना लगाए | अन्यथा आपका ये प्रयत्न किसी गंभीर बीमारी को निमंत्रण देगा क्योकि ऐसा करना आपके लिए काफी हानिकारक होता है | एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में 8 से 9 गिलास पानी पीना चाहिए | अगर आप केवल अपनी नियमित पानी पिने की आदत अपनाएंगे तो आप बिना कोई गोली-दवाई खाये कोई उपचार करे भी कब्ज से निजात पा सकेंगे | ╖ अपने पाचन तंत्र को सही रखने के लिए एक कप गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच निम्बू का रस मिलाकर पीना भी कब्ज से मुक्ति दिलाता है |अगर आप चाहे तो रोज सुबह गर्म पानी भी पियेंगे तो जल्द ही कब्ज से मुक्ति पा लेंगे | खाना खाने के तुरन्त बाद पानी नहीं पीना चाहिए, लगभग एक घंटे का गेप रखकर पानी पिए, इससे आपको कब्ज की शिकायत नहीं होगी | ╖ पपीता कब्ज से पीड़ित व्यक्तियों के लिए वरदान समान है, पपीता एक रेशेयुक्त फल है, ये आतो को मजबूती प्रदान कर आसानी से मल निष्काषित करता है | इसलिए इसे भी नियमित दिनचर्या में अपनाये | ╖ अगर आप कब्ज से पीड़ित है तो केवल तरल पदार्थ व सादा भोजन जैसे दलिया, खिचड़ी इत्यादि ही खाये | मिर्च मसालेदार भोजन करने से बचे | ╖ ध्यान रखे कुछ लोगो की आदत होती है खाया और लेट गए | अगर आप भी इस आदत के शिकार है, तो जल्दी ही इसे छोड़ दे | क्योकि खाना खाकर लेट जाने से कब्ज का जन्म होता है | कोई भी भोजन करने के 2 घंटे तक लेटे नहीं | ╖ रोज रात को अंजीर को साफ पानी में भिगो दे और सुबह खाली पेट खाने से भी कब्ज से छुटकारा पाया जाता है | बशर्ते आप इसे रोज आजमाए | ╖ रात को सोते समय एक गिलास गरम दूध पियें। मल आंतों में चिपक रहा हो तो दूध में 3 से 4 चम्मच अरंडी का तेल मिलाकर पीना चाहिये। ╖ सेवफ़ल प्रतिदिन खाने से भी कब्ज में लाभ होता है। ╖ अदरक शरीर को गर्म करता है जिससे पाचन तंत्र को ठीक रखने में मदद मिलती है। चाय या पानी दोनों में अदरक मिलाकर पीना कब्ज में फायदेमंद रहता है। ╖ रात को सोते समय आधा चम्मच पिसी हुई सौंफ की फंकी गर्म पानी से लेने से भी कब्ज दूर होती है। ╖ मेथी के पत्तों की सब्जी खाने से भी कब्ज दूर हो जाती है। |