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अमित शाह का मिशन 2019 शुरू, 350 सीटें जीतने का लक्ष्‍य, मंत्रियों को जिम्‍मेदारी सौंपी

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भाजपा ने मिशन 2019 की तैयारी तेज कर दी है और इसी कड़ी में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी नेताओं की अहम बैठक की जिसमें 2019 के लोकसभा चुनाव में अकेले 350 सीटें लाने का लक्ष्य रखा गया है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में मंत्रियों और नेताओं को खास टारगेट दिया गया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी नेताओं को 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अकेले 350 से ज्यादा सीटें लाने का लक्ष्य दिया है।
 
नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में तीन घंटे चली इस ब्रेन स्टोरमिंग बैठक में अमित शाह के अलावा 2019 के लोकसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में नेताओं ने भी अपनी बात रखी। इसमें उन 150 सीटों पर लक्ष्य करने पर जोर दिया गया जहां भाजपा को 2014 के लोकसभा चुनाव में हार का सामना पड़ा था। भाजपा अध्यक्ष ने खास बैठक में पार्टी नेताओं से इन सीटों पर खास जोर लगाने के लिए कहा है। बैठक में कुल 31 नेता मौजूद थे। केंद्रीय मंत्रियों को पार्टी अध्यक्ष ने उन 150 में से कुछ सीटों को चुनकर उस पर मेहनत करने को कहा है।
 
इस बैठक में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, जे पी नड्डा, अनंत कुमार, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, मनोज सिन्हा, प्रकाश जावड़ेकर, अर्जुन मेघवाल समेत पार्टी महामंत्री राम लाल के अलावा भूपेन्द्र यादव भी शामिल थे। इनके अलावा कुछ राज्यों से भी पार्टी के प्रतिनिधियों ने इस बैठक में शिरकत की।
 
अमित शाह 2019 में लोकसभा की 360 सीटें जीतना चाहते हैं। यह आंकड़ा पिछले लोकसभा चुनाव से 78 सीट अधिक है। इसकी रणनीति पर सालभर से काम भी चल रहा है। सीटें बढ़ाने की सबसे आसान संभावनाओं वाले ओडिशा में भाजपा कार्यकारिणी आयोजित की गई। अब कार्यसमिति की बैठक भी किसी तटीय राज्य में करने की तैयारी है। संभवत: आंध्रप्रदेश में आयोजित हो। शाह ने तटीय राज्यों में 117 से 119 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत सालभर से इन राज्यों में गतिविधियां दो सौ प्रतिशत तक बढ़ चुकी हैं।
 
शाह ने महाराष्ट्र और कर्नाटक को तटीय राज्यों की श्रेणी से अलग रखा है। तमिलनाडु-पुड्‌डुचेरी की 40, केरल की 20, पश्चिम बंगाल की 42 और ओडिशा की 21 सीटें ही उनके लक्ष्य में शामिल हैं। इन सीटों का जोड़ 123 है। इसमें से 117-119 सीट जीतने का लक्ष्य है। ओडिशा में धर्मेंद्र प्रधान को जिम्मेदारी सौंपी है। अरुण सिंह और जोएल ओराम उनके साथ रहेंगे। वहीं, पश्चिम बंगाल में कैलाश विजयवर्गीय, रूपा गांगुली, हेमंत विश्वसरमा को जिम्मा सौंपा है। केरल में एम राव, एस गुरुमूर्ति, राजगोपाल को जिम्मेदारी दी है। तमिलनाडु में सीटी रवि, एस गुरुमूर्ति और एम राव को जिम्मेदारी दी है। यहां राजनीतिक हलचल की निगरानी के लिए विशेष कक्ष स्थापित किया है।


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